हालांकि, एक बार फिर इनके सामने रोजी-रोटी की चुनौती आ खड़ी हुई है। इस कारण इन मजदूरों ने फिर से दूसरे राज्यों में पलायन शुरू कर दिया है। सरकार ने अनलॉक 1 के तहत ट्रेनों को संचालन की अनुमति दी है। इसके बाद से बिहार के विभिन्न जिलों से प्रवासी मजदूरों ने दूसरे राज्यों में पलायन शुरू कर दिया है।
इन मजदूरों को वापस औद्योगिक इकाइयों तक ले जाने के लिए बकायदा मालिकों द्वारा बस की व्यवस्था भी की जा रही है। ऐसा ही एक मामला राज्य के पूर्णिया जिले में सामने आया, जहां जिले से मजदूरों को पानीपत ले जाने के लिए उनके मालिक ने बस भेजी।
कोरोना खतरे के बावजूद पलायन करने को मजबूर हुए मजदूर
पानीपत लौटने वाले एक मजदूर ने बताया कि हमलोग रोजी-रोटी के चलते पानीपत जा रहे हैं। वहां के एक बड़े किसान ने सरकार से अनुमति मिलने के बाद हमें लेने के लिए बस भेजी है। हमारे आगे परिवार का पेट पालने की मजबूरी है, जिस कारण हमें कोविड-19 के खतरे की अनदेखी करनी पड़ रही है।
मिली जानकारी के मुताबिक, हजारों की संख्या में प्रवासी मजदूर पिछले एक सप्ताह में ट्रेन और बस के माध्यम से पंजाब, हरियाणा, मुबंई और गुजरात के लिए रवाना हुए हैं। इसके अलावा रोजाना हजारों मजदूर राज्य से पालन कर रहे हैं।
देश में संक्रमितों की संख्या 2,36,657 हुई
दुनियाभर के तमाम देशों के साथ-साथ भारत में भी कोरोना वायरस का कहर तेजी से बढ़ता जा रहा है। स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2,36,657 हो गई है। पिछले 24 घंटे में कोरोना के 9,887 नए मामले सामने आए हैं और 294 लोगों की मौत हुई है।
देश में पहली बार 24 घंटों में इतनी बड़ी संख्या में कोरोना के मामले सामने आए हैं और संक्रमण से मौतें हुई हैं। अभी तक 6,642 लोगों की मौत हो चुकी है, हालांकि 1,14,073 मरीज इस बीमारी को मात देने में सफल भी हुए हैं।