Beer Association And Restaurant Association Sought Permission For Liquor Home Delivery From The Government – लॉकडाउन: रेस्तरां और होटलों के पास जमा हो गया तीन हजार करोड़ की शराब का स्टॉक




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Tue, 12 May 2020 09:28 AM IST

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लॉकडाउन के दौरान सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी। इसके बाद शराब की दुकानों के बाहर भारी भीड़ जमा होना शुरू हो गई, जिससे कोरोना फैलने की संभावना बढ़ गई। तब कई राज्य सरकारों ने दुकानों के बाहर भीड़ को कम करने के लिए शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी। दिल्ली और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य इन्हीं में से एक हैं। 

वहीं, अब रेस्तरां, बार और खान-पान संबंधी ऑनलाइन सुविधा देने वाली कंपनियों ने भी सरकार से गुजारिश की है कि उन्हें भी शराब की होम डिलवरी करने की छूट दी जाए। इन कंपनियों का कहना है कि इससे वायरस के संक्रमण के खतरे वाले इस दौर में लोगों के बीच सामाजिक दूरी भी सुनिश्चित होगी। इनका कहना है कि लॉकडाउन के कारण इनका उद्योग चौपट हो चुका है और सरकार द्वारा अनुमति देने से उनका कामकाज पटरी पर लौट सकता है। 

बीयर बनाने वाली कंपनियों के संगठन ऑल इंडिया ब्रेवर्स एसोसिएशन (एआईबीए) ने सुझाव दिया है कि इस पूरी प्रक्रिया के लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन और ग्रोफर्स जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों और खाने की डिलीवरी करने वाली जौमेटो और स्विगी जैसी कंपनियों को विशेष प्रकार का लाइसेंस मुहैया कराया जाए। 

संगठन का कहना है कि ये कंपनियां ऑनलाइन ऑर्डर ले सकती हैं और लाइसेंस प्राप्त खुदरा तथा थोक शराब विक्रेताओं के जरिए मांग को पूरा करने में सक्षम हैं। साथ ही संगठन ने सुझाव दिया है कि शराब के लिए राज्य के आबकारी विभागों के तहत ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए पोर्टल बनाया जाए। 

गौरतलब है कि सरकार ने तीनों जोन में शराब की बिक्री की अनुमति दे दी है। इस कारण शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई। इसके बाद दिल्ली, छत्तीसगढ़, राजस्थान की सरकारों ने डिलीवरी शुल्क के साथ घर पर शराब की डिलीवरी करने की व्यवस्था की। 

बता दें कि, देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3604 नए मामले सामने आए हैं और 87 लोगों की मौत हुई है। 

इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 70,756 हो गई है, जिनमें 46,008 सक्रिय हैं, 22,455 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 2293 लोगों की मौत हो चुकी है। 

लॉकडाउन के दौरान सरकार ने शराब की दुकानें खोलने की अनुमति दे दी। इसके बाद शराब की दुकानों के बाहर भारी भीड़ जमा होना शुरू हो गई, जिससे कोरोना फैलने की संभावना बढ़ गई। तब कई राज्य सरकारों ने दुकानों के बाहर भीड़ को कम करने के लिए शराब की ऑनलाइन बिक्री शुरू कर दी। दिल्ली और छत्तीसगढ़ जैसे राज्य इन्हीं में से एक हैं। 

वहीं, अब रेस्तरां, बार और खान-पान संबंधी ऑनलाइन सुविधा देने वाली कंपनियों ने भी सरकार से गुजारिश की है कि उन्हें भी शराब की होम डिलवरी करने की छूट दी जाए। इन कंपनियों का कहना है कि इससे वायरस के संक्रमण के खतरे वाले इस दौर में लोगों के बीच सामाजिक दूरी भी सुनिश्चित होगी। इनका कहना है कि लॉकडाउन के कारण इनका उद्योग चौपट हो चुका है और सरकार द्वारा अनुमति देने से उनका कामकाज पटरी पर लौट सकता है। 

बीयर बनाने वाली कंपनियों के संगठन ऑल इंडिया ब्रेवर्स एसोसिएशन (एआईबीए) ने सुझाव दिया है कि इस पूरी प्रक्रिया के लिए फ्लिपकार्ट, अमेजन और ग्रोफर्स जैसी ई-कॉमर्स कंपनियों और खाने की डिलीवरी करने वाली जौमेटो और स्विगी जैसी कंपनियों को विशेष प्रकार का लाइसेंस मुहैया कराया जाए। 

संगठन का कहना है कि ये कंपनियां ऑनलाइन ऑर्डर ले सकती हैं और लाइसेंस प्राप्त खुदरा तथा थोक शराब विक्रेताओं के जरिए मांग को पूरा करने में सक्षम हैं। साथ ही संगठन ने सुझाव दिया है कि शराब के लिए राज्य के आबकारी विभागों के तहत ऑनलाइन ऑर्डर करने के लिए पोर्टल बनाया जाए। 

गौरतलब है कि सरकार ने तीनों जोन में शराब की बिक्री की अनुमति दे दी है। इस कारण शराब की दुकानों के बाहर लंबी-लंबी कतारें लगनी शुरू हो गई। इसके बाद दिल्ली, छत्तीसगढ़, राजस्थान की सरकारों ने डिलीवरी शुल्क के साथ घर पर शराब की डिलीवरी करने की व्यवस्था की। 

बता दें कि, देशभर में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटे में 3604 नए मामले सामने आए हैं और 87 लोगों की मौत हुई है। 

इसके बाद देशभर में कोरोना पॉजिटिव मामलों की कुल संख्या 70,756 हो गई है, जिनमें 46,008 सक्रिय हैं, 22,455 लोग स्वस्थ हो चुके हैं या उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है और 2293 लोगों की मौत हो चुकी है। 




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