हिंदी सिनेमा के युवा अभिनेता अर्जुन कपूर ने अपने करियर की शुरुआत आज से आठ साल पहले आई फिल्म ‘इशकजादे’ से की है। हबीब फैजल के निर्देशन में बनी इस फिल्म में वह परिणीति चोपड़ा के साथ नजर आए थे। इस फिल्म ने अर्जुन कपूर को सफलता तो दिलाई ही, साथ ही उन्हें इस फिल्म से बहुत कुछ सीखने को भी मिला। पुरानी यादों को ताजा करते हुए अर्जुन कहते हैं, ‘शूटिंग के पहले दिन से ही मैंने कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया था। मैं हबीब सर को वह देना चाहता था जो वह चाहते थे। जब आप एक फिल्म बनाते हैं, तो आप परिणाम की परवाह नहीं करते हैं। उस वक्त आप सिर्फ कड़ी मेहनत करना चाहते हैं और कैमरे के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं।’
इस फिल्म ने अर्जुन कपूर को खुद पर विश्वास करना सिखाया। अर्जुन कहते हैं, ‘जब मैंने इस फिल्म को पूरा किया, और फिर जब मैंने उसको देखा तो मुझे अंदर से महसूस हुआ कि मैं अब कैमरे के सामने खुद को रख पाने की क्षमता रखता हूं। इस भावना ने मुझे आत्मविश्वास दिया। मुझे यह भरोसा हो गया था कि मैं अगर ऐसे ही काम करता रहा तो जल्दी ही एक मुख्य कमर्शियल हीरो बन सकता हूं। वह ऐसा वक्त था जब मेरे लिए आत्मविश्वास बहुत ज्यादा मायने रखता था। यह चीज मैंने फिल्म ‘इशकजादे’ से ही पाई है।’
यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी यह एक रोमांटिक एक्शन ड्रामा फिल्म रही। इसमें अर्जुन कपूर का किरदार ना तो पूरी तरह हीरो वाला है और ना ही एक विलेन वाला है। अर्जुन बताते हैं, ‘अगर आप मुझसे पूछोगे तो फिल्मों में मेरी शुरुआत बिल्कुल वैसी नहीं थी जैसी एक शुरुआती कलाकार के लिए होती है। मेरा किरदार परम चौहान एक ऐसा इंसान है जो वास्तव में आज के समाज में भी अपना अस्तित्व रखता है। उसके जैसे बहुत से लोग आज भी समाज में मिल जाएंगे। वह जोया से प्यार करता है इसलिए वह उन कामों को भी करता है जो वह नहीं करना चाहता।’ बता दें कि आदित्य चोपड़ा के निर्माण में बनी इस फिल्म में परिणीति चोपड़ा, अर्जुन कपूर, गौहर खान, अनिल रस्तोगी, शशांक खेतान जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे।
सलमान ने दिखाई फिल्म इंडस्ट्री को राह, खुद बने डायरेक्टर, दो लोगों से ज्यादा की जरूरत नहीं पड़ी
हिंदी सिनेमा के युवा अभिनेता अर्जुन कपूर ने अपने करियर की शुरुआत आज से आठ साल पहले आई फिल्म ‘इशकजादे’ से की है। हबीब फैजल के निर्देशन में बनी इस फिल्म में वह परिणीति चोपड़ा के साथ नजर आए थे। इस फिल्म ने अर्जुन कपूर को सफलता तो दिलाई ही, साथ ही उन्हें इस फिल्म से बहुत कुछ सीखने को भी मिला। पुरानी यादों को ताजा करते हुए अर्जुन कहते हैं, ‘शूटिंग के पहले दिन से ही मैंने कड़ी मेहनत करना शुरू कर दिया था। मैं हबीब सर को वह देना चाहता था जो वह चाहते थे। जब आप एक फिल्म बनाते हैं, तो आप परिणाम की परवाह नहीं करते हैं। उस वक्त आप सिर्फ कड़ी मेहनत करना चाहते हैं और कैमरे के सामने अपना सर्वश्रेष्ठ देना चाहते हैं।’
इस फिल्म ने अर्जुन कपूर को खुद पर विश्वास करना सिखाया। अर्जुन कहते हैं, ‘जब मैंने इस फिल्म को पूरा किया, और फिर जब मैंने उसको देखा तो मुझे अंदर से महसूस हुआ कि मैं अब कैमरे के सामने खुद को रख पाने की क्षमता रखता हूं। इस भावना ने मुझे आत्मविश्वास दिया। मुझे यह भरोसा हो गया था कि मैं अगर ऐसे ही काम करता रहा तो जल्दी ही एक मुख्य कमर्शियल हीरो बन सकता हूं। वह ऐसा वक्त था जब मेरे लिए आत्मविश्वास बहुत ज्यादा मायने रखता था। यह चीज मैंने फिल्म ‘इशकजादे’ से ही पाई है।’
यशराज फिल्म्स के बैनर तले बनी यह एक रोमांटिक एक्शन ड्रामा फिल्म रही। इसमें अर्जुन कपूर का किरदार ना तो पूरी तरह हीरो वाला है और ना ही एक विलेन वाला है। अर्जुन बताते हैं, ‘अगर आप मुझसे पूछोगे तो फिल्मों में मेरी शुरुआत बिल्कुल वैसी नहीं थी जैसी एक शुरुआती कलाकार के लिए होती है। मेरा किरदार परम चौहान एक ऐसा इंसान है जो वास्तव में आज के समाज में भी अपना अस्तित्व रखता है। उसके जैसे बहुत से लोग आज भी समाज में मिल जाएंगे। वह जोया से प्यार करता है इसलिए वह उन कामों को भी करता है जो वह नहीं करना चाहता।’ बता दें कि आदित्य चोपड़ा के निर्माण में बनी इस फिल्म में परिणीति चोपड़ा, अर्जुन कपूर, गौहर खान, अनिल रस्तोगी, शशांक खेतान जैसे कलाकार मुख्य भूमिकाओं में नजर आए थे।
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