न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Sat, 06 Jun 2020 12:35 AM IST
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (फाइल फोटो)
– फोटो : Facebook
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अफगानिस्तान में आतंकवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट में पाकिस्तान का नाम आने पर भारत ने कड़ा हमला बोला है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस रिपोर्ट ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के उस कबूलनामे पर मुहर लगा दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके मुल्क में 30 से 40 हजार आतंकी मौजूद हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, पूरी दुनिया इस असलियत से वाकिफ हो गई कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है। पाकिस्तानी नेतृत्व खुद मान चुका है कि हजारों आतंकी उसकी जमीन का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन बड़ी संख्या में आतंकियों को अफगानिस्तान भेजा रहे हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए- ताइबा से जुड़े पाकिस्तानी मूल के साढे छह हजार से ज्यादा दहशतगर्द अफगानिस्तान में सक्रिय हैं।
क्या है संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा विस्फोटक बनाने में सक्षम और प्रशिक्षित लड़ाके अफगानिस्तान भेज रहे हैं। ताकि वहां चल रही शांति प्रक्रिया में खलल डाली जा सके। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसी रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट भारत के इस दावे को पुख्ता करती है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का गढ़ है।
बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा भारत में साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले और 2019 में पुलवामा हमले समेत कई हमलों को अंजाम दे चुके हैं। सुरक्षा परिषद को सौंपी गई आईएसआईएस, अल-कायदा और संबंधित व्यक्तियों व संस्थाओं से संबंधित विश्लेषणात्मक रिपोर्ट के मुताबिक अफगान अधिकारियों ने बताया कि कई समूह अफगानिस्तान में सुरक्षा के सामने खतरा पैदा कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा खतरा पैदा कर रहे समूहों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जैश और लश्कर शामिल हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को लेकर कहा है कि यह भारत के इस दावे को पुख्ता करती है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का गढ़ है। मंत्रालय ने कहा कि आतंकवादी और आतंकी संगठन पाकिस्तान में सुरक्षित ठिकानों पर हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि इससे भारत की ओर से लंबे समय से किए जा रहे दावे को बल मिलता है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र और दुनिया के विभिन्न भागों में हिंसा भड़काते और आतंकवाद फैलाते हैं।
पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम लगाने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स सहित अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने में विफल रहा है।
अफगानिस्तान में आतंकवाद को लेकर संयुक्त राष्ट्र (यूएन) की रिपोर्ट में पाकिस्तान का नाम आने पर भारत ने कड़ा हमला बोला है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा है कि इस रिपोर्ट ने पाकिस्तानी पीएम इमरान खान के उस कबूलनामे पर मुहर लगा दी जिसमें उन्होंने कहा था कि उनके मुल्क में 30 से 40 हजार आतंकी मौजूद हैं।
भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा, पूरी दुनिया इस असलियत से वाकिफ हो गई कि पाकिस्तान आतंकवाद का गढ़ है। पाकिस्तानी नेतृत्व खुद मान चुका है कि हजारों आतंकी उसकी जमीन का इस्तेमाल दूसरे देशों में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं।
दरअसल, संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी आतंकी संगठन बड़ी संख्या में आतंकियों को अफगानिस्तान भेजा रहे हैं। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए- ताइबा से जुड़े पाकिस्तानी मूल के साढे छह हजार से ज्यादा दहशतगर्द अफगानिस्तान में सक्रिय हैं।
क्या है संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा विस्फोटक बनाने में सक्षम और प्रशिक्षित लड़ाके अफगानिस्तान भेज रहे हैं। ताकि वहां चल रही शांति प्रक्रिया में खलल डाली जा सके। भारतीय विदेश मंत्रालय ने इसी रिपोर्ट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि संयुक्त राष्ट्र की यह रिपोर्ट भारत के इस दावे को पुख्ता करती है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का गढ़ है।
मुंबई और पुलवामा हमले के गुनहगार
बता दें कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा भारत में साल 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले और 2019 में पुलवामा हमले समेत कई हमलों को अंजाम दे चुके हैं। सुरक्षा परिषद को सौंपी गई आईएसआईएस, अल-कायदा और संबंधित व्यक्तियों व संस्थाओं से संबंधित विश्लेषणात्मक रिपोर्ट के मुताबिक अफगान अधिकारियों ने बताया कि कई समूह अफगानिस्तान में सुरक्षा के सामने खतरा पैदा कर रहे हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि सुरक्षा खतरा पैदा कर रहे समूहों में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान, जैश और लश्कर शामिल हैं।
रिपोर्ट ने खोली पाकिस्तान की पोल
भारतीय विदेश मंत्रालय ने संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट को लेकर कहा है कि यह भारत के इस दावे को पुख्ता करती है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का गढ़ है। मंत्रालय ने कहा कि आतंकवादी और आतंकी संगठन पाकिस्तान में सुरक्षित ठिकानों पर हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि इससे भारत की ओर से लंबे समय से किए जा रहे दावे को बल मिलता है कि पाकिस्तान वैश्विक आतंकवाद का केंद्र रहा है। उन्होंने कहा कि वह इस क्षेत्र और दुनिया के विभिन्न भागों में हिंसा भड़काते और आतंकवाद फैलाते हैं।
पाकिस्तान आतंकवाद पर लगाम लगाने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स सहित अपने अंतरराष्ट्रीय दायित्वों को पूरा करने में विफल रहा है।
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