International Airlines Will Start Only If The Experience Of Domestic Flights Is Good, Know Guidelines For Air Travelling – घरेलू उड़ानों का अनुभव ठीक रहा तो ही शुरू होंगी अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं, यात्रा से पहले जान लें ये दिशा-निर्देश




न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Fri, 22 May 2020 06:11 AM IST

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केंद्र सरकार ने साफ किया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फैसला घरेलू उड़ानों के अनुभव के आधार पर लिया जाएगा। नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घरेलू उड़ानों को शुरू करने के हमारे अनुभव के आधार पर हमें कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव करना पड़ सकता है। इसके बाद ही हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में सोच सकते हैं। वहीं, मंत्रालय ने 40 से 210 मिनट तक का वक्त लेने वाले सात मार्गों की सूची भी बताई, जिसके आधार पर किराया वसूला जाएगा।

वहीं, विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरौला ने बताया कि हवाई किराये से इतर मुसाफिरों को यूजर डेवलपमेंट फीस (यूडीएफ), पैसेंजर सर्विस फीस (पीएसएफ) और जीएसटी का भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि आगामी तीन महीनों के निर्धारित की गई किराया प्रणाली की जानकारी सभी एयरलाइंस को दे दी गई है।

इससे पहले पुरी ने बताया कि मंत्रालय की कोशिश है कि कोरोना जैसी आपदा के इस दौर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को किफायती दरों पर हवाई यात्रा के टिकट उपलब्ध हों, इसी मकसद से सभी गंतव्य का अधिकतम एवं न्यूनतम किराया तय किया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व की तरह एयरलाइंस हवाई किराये को विभिन्न श्रेणियों में बांटकर टिकटों की बिक्री शुरू करेंगी। इसके लिए सात रूट तय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस समय कोई भी मुसाफिर देश के एक छोर से दूसरे छोर के बीच सफर कर सकता है।
 
ये हैं समय आधारित सात मार्ग

  • 0 से 40 मिनट तक का समय लेने वाले मार्ग
  • 40 से 60 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 60-90 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 90 से 120 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 120-150 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 150-180 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 180-210 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • तबीयत खराब हो तो बिना पेनल्टी यात्रा की तारीख बदलवा सकते हैं यात्री

  • विशेष मामलों को छोड़कर, आगमन और प्रस्थान के वक्त ट्रॉली ले जाना हतोत्साहित किया जाएगा।

  • एयरपोर्ट पर प्रवेश से पहले सामान को सैनिटाइज करने की व्यवस्था की जाएगी।

  • जिन यात्रियों को स्वास्थ्य या उम्र के चलते सफर से रोका गया है, वे बिना किसी पेनल्टी के अपनी यात्रा की तारीख बदलवा सकते हैं।

  • भीड़ से बचने के लिए टर्मिनल के सभी प्रवेश द्वार खोले जाएंगे।

  • प्रवेश द्वार, स्क्रीनिंग ज़ोन और टर्मिनलों पर कम से कम एक मीटर की दूरी पर सामाजिक दूरी के निशान या स्टिकर दिए जाएंगे।

  • जहां भी यात्रियों के साथ बातचीत होती है, वहां कर्मचारियों के लिए फेस शील्ड दिया जाएगा।

  • टर्मिनल इमारतों, लाउंज या विमान में यात्रियों को समाचार पत्र या पत्रिकाएं नहीं दी जाएंगी।

  • तेज बुखार, सांस लेने में कठिनाई या खांसी वाले कर्मचारियों को एयरपोर्ट पर प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।

  • उड़ान भरने से पहले यात्रियों को क्रमिक रूप से बैचों में विमान में जाने की अनुमति होगी।

  • विदेशों में फंसे 20,000 भारतीयों को वापस लाए

हरदीप पुरी ने बताया कि केंद्र सरकार के वंदे भारत अभियान के तहत अभी तक विदेशों में फंसे 20,000 भारतीयों को वापस लाया गया है। उन्होंने बताया, इस अभियान के दूसरे सप्ताह में हमारी इस संख्या में इजाफा हुआ और हम दोगुने से अधिक पर पहुंच गए। हम लोगों को वापस लाने की संख्या को और बढ़ाने की योजना बना रहे हैं।

घरेलू उड़ानों के लिए क्वारंटीन से व्यावहारिक तरीके से निपटेंगे

पुरी ने कहा, क्वारंटीन मुद्दे को एक व्यावहारिक तरीके से निपटा जाएगा। उदाहरण के लिए अगर मैं केरल जाता हूं तो मुझे 14 दिनों के लिए क्वारंटीन में रहना होगा। जब मैं वापस आऊंगा, तो क्या मुझे 14 दिनों के लिए फिर से क्वारंटीन में भेजा जाएगा? यह व्यावहारिक नहीं है।

सार

  • नागरिक विमानन मंत्री ने कहा, करना पड़ सकता है कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव
  • यात्रियों को करना होगा किराये के अलावा 3 कराें का भुगतान

विस्तार

केंद्र सरकार ने साफ किया है कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर फैसला घरेलू उड़ानों के अनुभव के आधार पर लिया जाएगा। नागरिक विमानन मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि घरेलू उड़ानों को शुरू करने के हमारे अनुभव के आधार पर हमें कुछ प्रक्रियाओं में बदलाव करना पड़ सकता है। इसके बाद ही हम अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के बारे में सोच सकते हैं। वहीं, मंत्रालय ने 40 से 210 मिनट तक का वक्त लेने वाले सात मार्गों की सूची भी बताई, जिसके आधार पर किराया वसूला जाएगा।

वहीं, विमानन मंत्रालय के सचिव प्रदीप सिंह खरौला ने बताया कि हवाई किराये से इतर मुसाफिरों को यूजर डेवलपमेंट फीस (यूडीएफ), पैसेंजर सर्विस फीस (पीएसएफ) और जीएसटी का भुगतान करना होगा। उन्होंने बताया कि आगामी तीन महीनों के निर्धारित की गई किराया प्रणाली की जानकारी सभी एयरलाइंस को दे दी गई है।

इससे पहले पुरी ने बताया कि मंत्रालय की कोशिश है कि कोरोना जैसी आपदा के इस दौर में ज्यादा से ज्यादा लोगों को किफायती दरों पर हवाई यात्रा के टिकट उपलब्ध हों, इसी मकसद से सभी गंतव्य का अधिकतम एवं न्यूनतम किराया तय किया गया है। उन्होंने बताया कि पूर्व की तरह एयरलाइंस हवाई किराये को विभिन्न श्रेणियों में बांटकर टिकटों की बिक्री शुरू करेंगी। इसके लिए सात रूट तय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस समय कोई भी मुसाफिर देश के एक छोर से दूसरे छोर के बीच सफर कर सकता है।

 
ये हैं समय आधारित सात मार्ग

  • 0 से 40 मिनट तक का समय लेने वाले मार्ग
  • 40 से 60 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 60-90 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 90 से 120 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 120-150 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 150-180 मिनट का समय लेने वाले मार्ग
  • 180-210 मिनट का समय लेने वाले मार्ग

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