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सार
- लॉकडाउन की वजह से यह पहला मौका होगा जब अलविदा जुमे की नमाज रोजेदार मस्जिदों के बजाय घरों में अदा करेंगे
- उलमा ने अलविदा को कुद्स दिवस के तौर पर मनाने और इजराइल का ऑनलाइन विरोध करने की अपील की है
- कल देखा जाएगा ईद का चांद
विस्तार
रमजान मुबारक के आखिरी जुमा में अलविदा की नमाज के साथ ही शुक्रवार को माहे मुबारक के रुखसत होने का एलान भी हो जाएगा। लॉकडाउन की वजह से यह पहला मौका होगा जब अलविदा जुमे की नमाज रोजेदार मस्जिदों के बजाय घरों में अदा करेंगे। उलमा ने अलविदा को कुद्स दिवस के तौर पर मनाने और इजराइल का ऑनलाइन विरोध करने की अपील की है। वहीं, अलविदा की नमाज में बैतूल मुकद्दस की हिफाजत और कोरोना वायरस के खात्मे की दुआएं मांगने की भी अपील की गई।
ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि इस्लामी शरीयत में मस्जिद-ए-हरम और मस्जिद-ए-नबवी के बाद सबसे अधिक मर्तबा मस्जिद-ए-अक्सा का है, जो मुसलमानों का किबला-ए-अव्वल है। मौलाना ने कहा कि बेतुल मुकद्दस वो मुबारक और पाकीजा जगह है, जहां पर बड़े-बड़े नबी आराम फरमा रहे हैं। इसी स्थान पर पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मोहम्मद साहब ने मेराजुन्नबी के अवसर पर तमाम नदियों की इमामत फरमाई।
इस्लामिक सेंटर में ऑनलाइन कुरानी महफिल
इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया फरंगी महल ने ऑनलाइन कुरानी महफिल का आयोजन किया। सेंटर के कुरानी अध्ययन विभाग के मौलाना जफरूद्दीन नदवी, कारी तरीकुल इस्लाम और कारी अब्दुल हई रशीद फरंगी महली विद्यार्थी कक्षा-6 लामार्टीनियर कॉलेज ने कुरान करीम के दो पारों की रोज तिलावत की। मौलना नदवी ने कुरानी आयतों का संछिप्त तर्जुमा किया। रमजान की 27वीं शब बृहस्पतिवार को ऐशबाग ईदगाह में कुरानी महफिल का आयोजन हुआ।
कल देखा जाएगा ईद का चांद
मरकजी चांद कमेटी के अध्यक्ष एवं ईदगाह के इमाम मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने मुसलमानों से 23 मई शनिवार को ईद का चांद देखने की अपील की। मौलाना ने चांद देख कर कमेटी के अध्यक्ष को गवाही देने का आह्वान किया। वहीं, इदारा-ए-शरीया फरंगी महल के अध्यक्ष मौलाना अबुल इरफान मियां फरंगी महली ने भी शनिवार को ईद का चांद देखने की अपील की है।