अमर उजाला नेटवर्क, नई दिल्ली
Updated Sat, 16 May 2020 05:52 AM IST
लॉकडाउन-4 में दिल्ली को चलाने के लिए अब केंद्र सरकार की इजाजत का इंतजार है। दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के जरिये लॉकडाउन-4 में दिल्ली को चलाने का अपना प्रस्ताव भेज दिया है। बाजार व सार्वजनिक परिवहन खोलने और पूरी दिल्ली में मजदूरों की आवाजाही की इजाजत के साथ इसमें जोर मास्क लगाने और व्यक्तिगत दूरी को सुनिश्चित रखने पर है।
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें दो मुख्य बातों पर जोर दिया है। पहला, मास्क अनिवार्य करना, घर से कोई भी व्यक्ति बगैर मॉस्क के न निकले। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का हर कीमत पर पालन हो। सत्येंद्र जैन ने बताया कि बसें पूरी क्षमता में नहीं चलेंगी, बल्कि कुछ बसें चलाई जाएंगी और हर बस में 20 यात्री रहेंगे।
इसी तरह मेट्रो को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कम क्षमता पर चलाया जाएगा। बाजारों को खोला जाना है। एक दिन में 25-50 फीसदी तक बाजार खुलेंगी। साथ ही बाजार ऑड-इवन नियम के अनुसार खुलेंगे। सप्ताह में तीन दिन खोलने का सुझाव दिया है। दिल्ली के जिन-जिन प्रस्तावों पर केंद्र सरकार सहमति देगी, उसके हिसाब से दिल्ली लॉकडाउन-4 में चलेगी।
मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग से 90-95 फीसदी का बचाव संभव
सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हैं तो 90-95 फीसदी तक संक्रमण से बचाव संभव है। लोगों को बार-बार अपने हाथ धोने की आदत भी डालनी होगी।
तापमान बढ़ने का नहीं दिख रहा सर
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि पहले अंदाजा लगाया गया था कि तापमान बढ़ने पर वायरस चला जाएगा। लेकिन आज की हालत में यह संभव नहीं लगता। ब्राजील समेत कई देशों में काफी अधिक गर्मी बढ़ी है, इसके बाद भी कोरोना पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। अब हमें कोरोना के साथ जीना सीखना ही पड़ेगा। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में मरीजों की बढ़ोत्तरी की दर कम हुई है। पहले बढ़ोत्तरी 20 फीसदी थी, फिर यह 12 फीसदी पर आई। इस वक्त यह आंकड़ा करीब 5 प्रतिशत था।
सार
- दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के जरिये लॉकडाउन-4 में दिल्ली को चलाने का अपना प्रस्ताव भेज दिया है
- बसें पूरी क्षमता में नहीं चलेंगी, बल्कि कुछ बसें चलाई जाएंगी और हर बस में 20 यात्री रहेंगे
- इसी तरह मेट्रो को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कम क्षमता पर चलाया जाएगा
विस्तार
लॉकडाउन-4 में दिल्ली को चलाने के लिए अब केंद्र सरकार की इजाजत का इंतजार है। दिल्ली सरकार ने उपराज्यपाल अनिल बैजल के जरिये लॉकडाउन-4 में दिल्ली को चलाने का अपना प्रस्ताव भेज दिया है। बाजार व सार्वजनिक परिवहन खोलने और पूरी दिल्ली में मजदूरों की आवाजाही की इजाजत के साथ इसमें जोर मास्क लगाने और व्यक्तिगत दूरी को सुनिश्चित रखने पर है।
दिल्ली सरकार के मंत्री सत्येंद्र जैन ने बताया कि दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है। इसमें दो मुख्य बातों पर जोर दिया है। पहला, मास्क अनिवार्य करना, घर से कोई भी व्यक्ति बगैर मॉस्क के न निकले। साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का हर कीमत पर पालन हो। सत्येंद्र जैन ने बताया कि बसें पूरी क्षमता में नहीं चलेंगी, बल्कि कुछ बसें चलाई जाएंगी और हर बस में 20 यात्री रहेंगे।
इसी तरह मेट्रो को भी सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कम क्षमता पर चलाया जाएगा। बाजारों को खोला जाना है। एक दिन में 25-50 फीसदी तक बाजार खुलेंगी। साथ ही बाजार ऑड-इवन नियम के अनुसार खुलेंगे। सप्ताह में तीन दिन खोलने का सुझाव दिया है। दिल्ली के जिन-जिन प्रस्तावों पर केंद्र सरकार सहमति देगी, उसके हिसाब से दिल्ली लॉकडाउन-4 में चलेगी।
मॉस्क व सोशल डिस्टेंसिंग से 90-95 फीसदी का बचाव संभव
सत्येंद्र जैन ने कहा कि अगर मास्क पहनने के साथ सोशल डिस्टेंसिग का पालन करते हैं तो 90-95 फीसदी तक संक्रमण से बचाव संभव है। लोगों को बार-बार अपने हाथ धोने की आदत भी डालनी होगी।
तापमान बढ़ने का नहीं दिख रहा सर
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने बताया कि पहले अंदाजा लगाया गया था कि तापमान बढ़ने पर वायरस चला जाएगा। लेकिन आज की हालत में यह संभव नहीं लगता। ब्राजील समेत कई देशों में काफी अधिक गर्मी बढ़ी है, इसके बाद भी कोरोना पर ज्यादा असर नहीं पड़ा है। अब हमें कोरोना के साथ जीना सीखना ही पड़ेगा। सत्येंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में मरीजों की बढ़ोत्तरी की दर कम हुई है। पहले बढ़ोत्तरी 20 फीसदी थी, फिर यह 12 फीसदी पर आई। इस वक्त यह आंकड़ा करीब 5 प्रतिशत था।
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