पुरुषोत्तम वर्मा, नई दिल्ली
Updated Fri, 08 May 2020 04:42 AM IST
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इनमें से बड़ी संख्या में कोरोना पॉजिटीव पाए गए थे। दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा फिलहाल इस पर विचार कर रही है कि क्वारंटीन सेंटरों से छोड़ने के बाद जमातियों के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए।
अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि केन्द्रीय गृहमंत्रालय, स्वास्थ्य विभाग, दिल्ली सरकार और डिफेंस कॉलोनी एमडीएम से जमातियों के बारे में डिटेल मांगी है। इसके अलावा उन सभी राज्यों से भी जानकारी मांगी है, जिनके यहां जमाती गए थे। अपराध शाखा यह जानना चाहती है कि कितने लोग निजामुद्दीन स्थित तब्लीगी मरकज में आए थे। इनमें से कितने कोरोना संक्रमित हुए और कितने की मौत हो चुकी है।
अपराध शाखा ये डाटा एकत्रित कर मौलाना मोहम्मद साद के खिलाफ लगाई गई गैर इरादतन हत्या के मामलें में पर्याप्त सबूत जुटाना चाहती हैं। दिल्ली पुलिस को स्वास्थ्य विभाग व डिफेंस कॉलोनी एसडीएम की रिपोर्ट मिल चुकी हैं।
वहीं, एसडीएम ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि मरकज से करीब 2300 जमाती निकाले गए थे। निजामुद्दीन थाना पुलिस ने मरकज से जुड़ी जानकारी पहले ही अपराध शाखा को दे दी थी। पुलिस को अभी गृहमंत्रालय, दिल्ली सरकार व किसी भी राज्य से रिपोर्ट नहीं मिली है।
मरकज से लिए सैंपल की रिपोर्ट नहीं मिली
लॉकडाउन से रोहिणी स्थित एफएसएल के अधिकारी व कर्मचारी भी प्रभावित हुए हैं। इस कारण मरकज से लिए गए जैविक व अन्य सैंपल की रिपोर्ट पुलिस को नहीं मिली है। अपराध शाखा के अधिकारी का कहना है कि रिपोर्ट लेने पुलिसकर्मी गए थे, मगर वहां कोई नहीं मिला।