पंकज शुक्ल, मुंबई, Updated Sat, 02 May 2020 09:17 PM IST
हिंदी सिनेमा में फुटपाथ से उठकर सुपरस्टार बन जाने का किस्सा सिर्फ एक है। यहां फुटपाथ का जिक्र किसी सितारे के संघर्ष के दिनों में फुटपाथ पर बिताई एक दो रात से नहीं है। जैसा कि अमिताभ बच्चन ने नरीमन प्वाइंट पर बिताई हो, या शाहरुख खान ने दिल्ली से मुंबई आने पर किसी दोस्त के न मिलने पर बिताई हो, यहां फुटपाथ का मतलब उस फुटपाथ से है जिस पर किसी ने अपनी जिंदगी के तमाम साल निकाल दिए हों। मुंबई के किंग्स सर्किल अगर आप कभी काली पीली टैक्सी से घूमने जाएं तो बहुत संभव है कि आपकी टैक्सी का ड्राइवर आपको फख्र से बताए, साब! यही वो जगह है जहां कभी मिथुन दा टैक्सियां धोया करते थे और गाड़ियों में स्टिकर चिपकाया करते थे। आज बाइस्कोप में चर्चा मिथुन की ही फिल्म प्रेम प्रतिज्ञा की, जो रिलीज हुई थी 2 मई 1989 को और जिसका निर्देशन किया मिथुन की ही चर्चित फिल्म हम पांच के निर्देशक बापू ने।