न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Fri, 24 Apr 2020 12:31 PM IST
कोरोना महामारी के बीच बुजुर्गों को सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के एक वयोवृद्ध भाजपा नेता एवं पहाड़ी विकास, सलाहकार बोर्ड के पूर्व वाइस चेयरमैन कुलदीप राज गुप्ता से फोन पर बात की। दो दिन पहले पीएम मोदी पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री प्रो. चमनलाल गुप्ता से फोन पर बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछ चुके हैं।
गुप्ता को गुरुवार सुबह नौ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने फोन किया। लगभग तीन मिनट तक हुई बातचीत में उन्होंने गुप्ता से कुशलक्षेम पूछी। पूरे जम्मू-कश्मीर में कोरोना की स्थिति पर बात करने के साथ ही उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की भी सलाह दी। मोदी ने इस उम्र में भी जन कल्याण के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
इस दौरान गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को एसटी का दर्जा देने की मांग करते हुए पहाड़ी भाषी लोगों के लिए चार फीसदी आरक्षण का प्रावधान करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।
गुप्ता ने बताया कि सुबह प्रधानमंत्री के फोन आने पर सहसा विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने पहले भी उनके साथ काम किया है। पहाड़ी भाषी लोगों को आरक्षण के मुद्दे पर वह कई बार उनसे दिल्ली भी जाकर मिले हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री की पहल से बुजुर्गों को संबल मिलेगा।
कोरोना महामारी के बीच बुजुर्गों को सेहत का विशेष ध्यान रखने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश के एक वयोवृद्ध भाजपा नेता एवं पहाड़ी विकास, सलाहकार बोर्ड के पूर्व वाइस चेयरमैन कुलदीप राज गुप्ता से फोन पर बात की। दो दिन पहले पीएम मोदी पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री प्रो. चमनलाल गुप्ता से फोन पर बातचीत कर उनकी कुशलक्षेम पूछ चुके हैं।
गुप्ता को गुरुवार सुबह नौ बजे प्रधानमंत्री मोदी ने फोन किया। लगभग तीन मिनट तक हुई बातचीत में उन्होंने गुप्ता से कुशलक्षेम पूछी। पूरे जम्मू-कश्मीर में कोरोना की स्थिति पर बात करने के साथ ही उन्हें अपनी सेहत का ख्याल रखने की भी सलाह दी। मोदी ने इस उम्र में भी जन कल्याण के लिए उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों की सराहना की।
इस दौरान गुप्ता ने जम्मू-कश्मीर के लोगों को एसटी का दर्जा देने की मांग करते हुए पहाड़ी भाषी लोगों के लिए चार फीसदी आरक्षण का प्रावधान करने के लिए प्रधानमंत्री का आभार जताया।
गुप्ता ने बताया कि सुबह प्रधानमंत्री के फोन आने पर सहसा विश्वास नहीं हुआ, लेकिन उन्होंने पहले भी उनके साथ काम किया है। पहाड़ी भाषी लोगों को आरक्षण के मुद्दे पर वह कई बार उनसे दिल्ली भी जाकर मिले हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री की पहल से बुजुर्गों को संबल मिलेगा।
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