लॉकडाउन के कारण स्कूल और कॉलेज लंबे अरसे से बंद हैं। अब इनके दोबारा खुलने पर क्लास, मेस, पुस्तकालय, छात्रावास, कैंटीन, स्कूल बस में बैठने की व्यवस्था आदि में सामाजिक दूरी के नियम पालन के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञ सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देश तैयार कर रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार शिक्षण संस्थानों में आगामी एक साल तक प्रार्थना सभा, सामूहिक खेल प्रतियोगिताओं, सेमिनार आदि पर रोक रहेगी।
अधिकारी ने बताया कि सेफ्टी गाइडलाइन बनाई जा रही है। गाइडलाइन शिक्षण संस्थान खोलने की घोषणा से एक हफ्ते पहले जारी की जाएगी। इन्हीं दिशानिर्देश के आधार पर बोर्ड, जेईई मेन, नीट सहित अन्य परीक्षा आयोजित की जाएगी।
अधिकारी के मुताबिक, जून जुलाई में जब भी शिक्षण संस्थान खुलेंगे, सामाजिक दूरी को बनाये रखना मुश्किल होगा। क्योंकि स्कूल बस से लेकर कक्षा में एक मीटर की दूरी बनाए रखना संभव नहीं है। छात्रों को समूह में बैठने से कैसे रोका जाएगा। इसके अलावा सैकड़ों छात्र महज एक शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में छात्रों को कैसे बचाया जाएगा।
बड़े स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने पर विचार
विशेषज्ञ ज्यादा संख्या वाले स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने की योजना बना रहे हैं। इसमें छात्रों को दो शिफ्टों में बांट दिया जाएगा। इसके लिए राज्य से छात्रों और शिक्षकों की प्रति कक्षा का आंकड़ा, बुनियादी ढांचे आदि की रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, चेन्नई जैसे महानगरों में पहले ही स्कूल दो शिफ्टों में चल रहे हैं।
पाठ्यक्रम में शामिल होगा कोविड-19 से बचाव
सीबीएसई अपने पाठ्यक्रम में कोविड-19 से बचाव को शामिल करने जा रहा है। अधिकारी के मुताबिक, सभी छात्रों के मेडिकल रिपोर्ट कार्ड बनाने पर भी बात हुई है। इसमें छात्र व अभिभावकों को साफ-सफाई व पौष्टिक आहार को खाने में शामिल करवाना होगा।
लॉकडाउन के कारण स्कूल और कॉलेज लंबे अरसे से बंद हैं। अब इनके दोबारा खुलने पर क्लास, मेस, पुस्तकालय, छात्रावास, कैंटीन, स्कूल बस में बैठने की व्यवस्था आदि में सामाजिक दूरी के नियम पालन के लिए मानव संसाधन विकास मंत्रालय और स्वास्थ्य मंत्रालय के विशेषज्ञ सुरक्षा संबंधी दिशानिर्देश तैयार कर रहे हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार शिक्षण संस्थानों में आगामी एक साल तक प्रार्थना सभा, सामूहिक खेल प्रतियोगिताओं, सेमिनार आदि पर रोक रहेगी।
अधिकारी ने बताया कि सेफ्टी गाइडलाइन बनाई जा रही है। गाइडलाइन शिक्षण संस्थान खोलने की घोषणा से एक हफ्ते पहले जारी की जाएगी। इन्हीं दिशानिर्देश के आधार पर बोर्ड, जेईई मेन, नीट सहित अन्य परीक्षा आयोजित की जाएगी।
अधिकारी के मुताबिक, जून जुलाई में जब भी शिक्षण संस्थान खुलेंगे, सामाजिक दूरी को बनाये रखना मुश्किल होगा। क्योंकि स्कूल बस से लेकर कक्षा में एक मीटर की दूरी बनाए रखना संभव नहीं है। छात्रों को समूह में बैठने से कैसे रोका जाएगा। इसके अलावा सैकड़ों छात्र महज एक शौचालय का इस्तेमाल करते हैं। ऐसे में छात्रों को कैसे बचाया जाएगा।
बड़े स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने पर विचार
विशेषज्ञ ज्यादा संख्या वाले स्कूलों को दो शिफ्ट में चलाने की योजना बना रहे हैं। इसमें छात्रों को दो शिफ्टों में बांट दिया जाएगा। इसके लिए राज्य से छात्रों और शिक्षकों की प्रति कक्षा का आंकड़ा, बुनियादी ढांचे आदि की रिपोर्ट मांगी गई है। हालांकि दिल्ली, मुंबई, बंगलूरू, चेन्नई जैसे महानगरों में पहले ही स्कूल दो शिफ्टों में चल रहे हैं।
पाठ्यक्रम में शामिल होगा कोविड-19 से बचाव
सीबीएसई अपने पाठ्यक्रम में कोविड-19 से बचाव को शामिल करने जा रहा है। अधिकारी के मुताबिक, सभी छात्रों के मेडिकल रिपोर्ट कार्ड बनाने पर भी बात हुई है। इसमें छात्र व अभिभावकों को साफ-सफाई व पौष्टिक आहार को खाने में शामिल करवाना होगा।
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