न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Sun, 17 May 2020 05:52 PM IST
ईरान से लद्दाख पहुंचे लोग, फाइल फोटो
– फोटो : भारतीय सेना
लॉकडाउन के बीच पिछले दो महीनों से ईरान में फंसे 310 लद्दाखी तीर्थयात्रियों का अंतिम जत्था आज यानी कि रविवार को लेह हवाई अड्डे पर उतरा। लद्दाख स्वायत्तता पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी पार्षद-कारगिल, फिरोज अहमद खान ने इसकी जानकारी दी।
खान ने कहा कि तीर्थयात्रियों को एक विशेष उड़ान से तेहरान से नई दिल्ली लाया गया था। इसके बाद वहां से लेह पहुंचाया गया। लेह पहुंचकर इन लोगों ने प्रशासन व सरकार को धन्यवाद दिया। खान ने कहा कि इन तीर्थयात्रियों में से 290 लोग कारगिल के हैं। जिन्हें उनके गृह नगर की ओर रवाना कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ईरान से लौटने वाले लोगों को जिले के विभिन्न होटलों और रिसॉर्ट्स में प्रशासन द्वारा स्थापित एकांतवास केंद्रों में रखा जाएगा। जहां उन्हें क्वारंटीन अवधि पूरी करनी होगी। इससे पहले, लगभग 600 तीर्थयात्रियों को ईरान से निकाला गया है। देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे यात्रियों को निकालने के संबंध में सीईसी ने कहा कि 85 प्रतिशत से अधिक फंसे हुए लोग पहले ही घर वापस आ चुके हैं।
लॉकडाउन के बीच पिछले दो महीनों से ईरान में फंसे 310 लद्दाखी तीर्थयात्रियों का अंतिम जत्था आज यानी कि रविवार को लेह हवाई अड्डे पर उतरा। लद्दाख स्वायत्तता पहाड़ी विकास परिषद (LAHDC) के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी पार्षद-कारगिल, फिरोज अहमद खान ने इसकी जानकारी दी।
खान ने कहा कि तीर्थयात्रियों को एक विशेष उड़ान से तेहरान से नई दिल्ली लाया गया था। इसके बाद वहां से लेह पहुंचाया गया। लेह पहुंचकर इन लोगों ने प्रशासन व सरकार को धन्यवाद दिया। खान ने कहा कि इन तीर्थयात्रियों में से 290 लोग कारगिल के हैं। जिन्हें उनके गृह नगर की ओर रवाना कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि ईरान से लौटने वाले लोगों को जिले के विभिन्न होटलों और रिसॉर्ट्स में प्रशासन द्वारा स्थापित एकांतवास केंद्रों में रखा जाएगा। जहां उन्हें क्वारंटीन अवधि पूरी करनी होगी। इससे पहले, लगभग 600 तीर्थयात्रियों को ईरान से निकाला गया है। देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे यात्रियों को निकालने के संबंध में सीईसी ने कहा कि 85 प्रतिशत से अधिक फंसे हुए लोग पहले ही घर वापस आ चुके हैं।
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