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सार
- पुलिस की आलोचना के बाद किया डिलिट
विस्तार
दरअसल, सोमैया ने जो वीडिया पोस्ट किया था उस पर मुंबई पुलिस ने सफाई दी कि यह एक सप्ताह पुराना है और महिला पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमण से नहीं बल्कि रक्तचाप कम होने से परेशानी में थी। पुलिस ने सोमैया पर निशाना साधते हुए लोगों से अपील की की वे तथ्यहीन वीडियो वायरल न करें। इसके बाद सोमैया ने वीडियो डिलीट कर दिया। इसके बाद ट्वीट कर कहा कि ‘जवाब से साफ है वीडियो सही है। महिला कांस्टेबल को बीच सड़क पर सांस लेने में परेशानी हो रही थी। पर वहां मौजूद कोई पुलिसकर्मी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। एम्बुलेंस काफी समय बाद पहुंची क्या यह भयानक नहीं है। वह सड़क पर बेसहारा क्यों पड़ी थी।’
क्या है मामला
सोशल मिडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा था जिसे बनाने वाला व्यक्ति यह दावा कर रहा था कि मुंबई के ग्रांट रोड इलाके में आरके होटल के पास मौजूद एक महिला पुलिसकर्मी कोरोना संक्रमित हो गई है। वीडियो में नजर आ रही महिला एक मोटरसाइकिल पकड़कर झुकी हुई है। उसे सांस लेने में परेशानी हो रही। उसके आसपास पुलिसवाले खड़े थे लेकिन उसकी मदद के लिए कोई आगे नहीं आ रहा था।
पुलिस की सफाई
इस मामले में पुलिस के एक अधिकारी ने सफाई दी कि महिला पुलिस कर्मी का नाम प्रीति गवारी है। 16 मई को उसकी अपने घर में माता-पिता से कहासुनी हुई थी। इसके चलते उसका रक्तचाप कम हो गया था। तबीयत बिगड़ने पर वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने उसे नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। महिला पुलिसकर्मी स्वस्थ है और जांच में वह कोरोना नेगेटिव पाई गई थी।