एंटरटेनमेंट डेस्क, अमर उजाला
Updated Thu, 30 Apr 2020 06:58 AM IST
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EXCLUSIVE: ‘आपने अपने नाम से खान क्यूं हटाया’, जानिए, इस सवाल पर क्या बोले थे इरफान?
साहिबजादे इरफान अली खान ने अपने नाम से जब सरनेम खान हटाया तो मैंने उनसे पूछा था कि ऐसा क्यूं भला? तो वह अपनी झील सी गहरी आखों को छत की तरफ ले जाते हुए बोले थे, “मैं बोझ लेकर नहीं चलना चाहता।” इरफान को कोई इरफान खान कहकर इंटरव्यू में भी बुलाए तो उन्हें कोफ्त होती थी।
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अपने 32 साल के करियर में करीब 80 फिल्में करने वाले इरफान को राइटिंग और इश्क का मजा एक साथ आना शुरू हुआ था। अगर आप इरफान की फिल्में देखेंगे तो आपको समझ भी आएगा कि परदे पर उनका अपनी हीरोइन के साथ इश्क करने का अंदाज इसीलिए बहुत अलहदा होता है।
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यादें: ‘इरफान खान’ बोलती आंखों ने ले ली विदा
मशहूर अभिनेता इरफान पिछले दो-ढाई सालों से उम्मीदों और हौसले के संचित कोष से अपने लिए थोड़ा-थोड़ा खर्च कर रहे थे। उनके पूरे व्यक्तित्व में जितनी असाधारण सादगी थी, उनकी आंखों और मुस्कराहट में उतना ही असाधारण सम्मोहन था।
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दूरदर्शन ने ऐसे दी इरफान खान को श्रद्धांजलि, टीवी पर फैंस दोबारा देख पाएंगे ये सुपरहिट शो
दूरदर्शन ने भी इरफान खान को श्रद्धांजलि देते हुए टीवी शो श्रीकांत को दोबारा दिखाने का फैसला किया है। दूरदर्शन पर इसे हर दिन दोपहर 3.30 बजे दिखाया जाएगा।इसका निर्देशन प्रवीण निस्कोल ने किया था। इस शो को उस वक्त दर्शकों का ढेर सारा प्यार मिला था।
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पठान के घर में ‘ब्राह्मण’ बनकर पैदा हुए थे इरफान, इस वजह से पिता उड़ाते थे मजाक
इरफान खान का जन्म 1967 में जयपुर के एक मुस्लिम पठान परिवार में हुआ था। उनका पूरा नाम साहबजादे इरफान अली खान था। इरफान के पिता व्यापारी थे और उनका टायर का कारोबार था। चूंकि इरफान खान मांस नहीं खाया करते थे ऐसे में मजाक में उनके पिता कहा करते थे कि पठान के घर में ‘ब्राह्मण’ पैदा हो गया है।
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गूगल ने दी इरफान खान को श्रद्धांजलि, लिखा- जादुई प्रदर्शन का एक कारवां पीछे छूट गया
इरफान खान के निधन पर देश- विदेश के सितारों के साथ ही गूगल इंडिया ने भी अभिनेता को सोशल मीडिया पर श्रद्धांजलि दी है। गूगल इंडिया ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जादुई प्रदर्शन का एक कारवां पीछे छूट गया। उस शख्स को जिसकी सीमा ने हमें भावानाओं की एक सीमा को महसूस कराया।’
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