Imran Khan Warns Of Another Lockdown Amid Corona Crisis, Asked Ministries To Finish Their Work – इमरान खान ने दी फिर लॉकडाउन लागू करने की चेतावनी, मंत्रालयों को दिया टार्गेट




डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, इस्लामाबाद
Updated Thu, 14 May 2020 01:49 AM IST

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शनिवार से पाकिस्तान में लॉकडाउन खोले जाने के बाद बरती जा रही लापरवाहियों और संसद में विपक्ष की ओर से इस फैसले की आलोचना को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर नियमों का सख्ती से पालन नहीं हुआ तो सरकार दोबारा लॉकडाउन लागू कर सकती है। लॉकडाउन खोले जाने के चार दिन बाद कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर समीक्षा की गई और सरकार को ये जानकारी दी गई कि सिंध प्रांत के साथ साथ देश के तमाम इलाकों में इसके लिए जारी निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। यहां तक कि पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 1100 नए मामले सामने आए हैं और 42 लोगों के जान गंवाने की भी खबर है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए इमरान खान ने कहा है कि सभी सरकारी विभागों को अपने अपने जरूरी काम और टारगेट एक हफ्ते के भीतर पूरा कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन जिन मंत्रालयों को सरकार ने काम का लक्ष्य दिया है, उसके लिए उनके पास एक हफ्ते का वक्त है, इस दौरान उन्हें पिछली सरकार की ओर से सभी मंत्रालयों में अहम पदों पर की गई गैरकानूनी नियुक्तियों की सूची बनाने से लेकर उस बारे में अपनी रिपोर्ट देनी है। 

इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में उन 39 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई जो चुनाव सुधारों और कानूनों को लेकर लंबित थे। यह संकेत भी दिए गए कि सरकार 18वें संविधान संशोधन विधेयक को वापस लेने को लेकर भी गंभीरता से काम कर रही है जिसे लेकर लंबे समय से सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं।

सूचना मंत्री शिबली फराज़ ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में ये सख्त निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 को लेकर जितने भी दिशा निर्देश और एहतियात सरकार ने बताए हैं, उसका बेहद सख्ती से पालन हो। देश के अस्पतालों में अब इतनी जगह नहीं है कि नए मरीजों को रखा जा सके। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटाने की एक अहम वजह है कि सरकार लोगों को घर घर खाना नहीं पहुंचा सकती और पाकिस्तान जैसे कम संसाधन वाले और गंभीर आर्थिक मंदी वाले देश में ये जरूरी है कि लोग अपना अपना काम करें और अर्थव्यवस्था को धीरे धीरे पटरी पर लाया जा सके।

उधर कोरोना रिलीफ टाइगर फोर्स की एक बैठक में योजना और विकास मंत्री असद उमर ने कहा कि लॉकडाउन हटते ही बाज़ारों और सड़कों पर जिस तरह भीड़ नजर आ रही है, इससे ऐसा लगता है कि लोग ये मान चुके हैं कि कोरोना खत्म हो गया और सबकुछ सामान्य हो गया है, लेकिन ये सबसे बड़ी लापरवाही है और ऐसी असावधानी देश को नई मुश्किल में डाल सकता है।

सार

  • कैबिनेट की बैठक में हुई गंभीर चर्चा, लॉकडाउन हटाने से तेजी से बढ़े मामले
  • बाजारों और सड़कों पर उमड़े लोग, सिंध समेत तमाम शहरों में भीड़ बढ़ी
  • सरकार ने कहा, अस्पतालों में नए मरीजों के लिए नहीं है जगह, सावधानी बरतें

विस्तार

शनिवार से पाकिस्तान में लॉकडाउन खोले जाने के बाद बरती जा रही लापरवाहियों और संसद में विपक्ष की ओर से इस फैसले की आलोचना को देखते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान ने चेतावनी दी है कि अगर नियमों का सख्ती से पालन नहीं हुआ तो सरकार दोबारा लॉकडाउन लागू कर सकती है। लॉकडाउन खोले जाने के चार दिन बाद कैबिनेट की बैठक में इसे लेकर समीक्षा की गई और सरकार को ये जानकारी दी गई कि सिंध प्रांत के साथ साथ देश के तमाम इलाकों में इसके लिए जारी निर्देशों का पालन नहीं हो रहा है। यहां तक कि पिछले 24 घंटों में देश में कोरोना के 1100 नए मामले सामने आए हैं और 42 लोगों के जान गंवाने की भी खबर है।

बैठक की अध्यक्षता करते हुए इमरान खान ने कहा है कि सभी सरकारी विभागों को अपने अपने जरूरी काम और टारगेट एक हफ्ते के भीतर पूरा कर लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिन जिन मंत्रालयों को सरकार ने काम का लक्ष्य दिया है, उसके लिए उनके पास एक हफ्ते का वक्त है, इस दौरान उन्हें पिछली सरकार की ओर से सभी मंत्रालयों में अहम पदों पर की गई गैरकानूनी नियुक्तियों की सूची बनाने से लेकर उस बारे में अपनी रिपोर्ट देनी है। 

इसके अलावा कैबिनेट की बैठक में उन 39 प्रस्तावों को मंजूरी दे दी गई जो चुनाव सुधारों और कानूनों को लेकर लंबित थे। यह संकेत भी दिए गए कि सरकार 18वें संविधान संशोधन विधेयक को वापस लेने को लेकर भी गंभीरता से काम कर रही है जिसे लेकर लंबे समय से सरकार और विपक्ष आमने सामने हैं।

सूचना मंत्री शिबली फराज़ ने बताया कि प्रधानमंत्री ने बैठक में ये सख्त निर्देश दिए हैं कि कोविड-19 को लेकर जितने भी दिशा निर्देश और एहतियात सरकार ने बताए हैं, उसका बेहद सख्ती से पालन हो। देश के अस्पतालों में अब इतनी जगह नहीं है कि नए मरीजों को रखा जा सके। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन हटाने की एक अहम वजह है कि सरकार लोगों को घर घर खाना नहीं पहुंचा सकती और पाकिस्तान जैसे कम संसाधन वाले और गंभीर आर्थिक मंदी वाले देश में ये जरूरी है कि लोग अपना अपना काम करें और अर्थव्यवस्था को धीरे धीरे पटरी पर लाया जा सके।

उधर कोरोना रिलीफ टाइगर फोर्स की एक बैठक में योजना और विकास मंत्री असद उमर ने कहा कि लॉकडाउन हटते ही बाज़ारों और सड़कों पर जिस तरह भीड़ नजर आ रही है, इससे ऐसा लगता है कि लोग ये मान चुके हैं कि कोरोना खत्म हो गया और सबकुछ सामान्य हो गया है, लेकिन ये सबसे बड़ी लापरवाही है और ऐसी असावधानी देश को नई मुश्किल में डाल सकता है।




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