केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 मामलों के दोगुने होने का समय 10.9 दिन से बढ़कर 12.2 दिन हो गया है। उन्होंने प्रवासियों और विदेश से लोगों की वापसी को देखते हुए निगरानी बढ़ाने और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश करने की आवश्यकता पर बल दिया।
हर्ष वर्धन ने कहा कि संक्रमण के कारण होने वाली मौत की दर 3.2 प्रतिशत है और उपचार के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या की दर वर्तमान में 31.74 प्रतिशत है और इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय में राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के साथ जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के मामलों के प्रबंधन की समीक्षा करते हुए हर्ष वर्धन ने राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से कहा कि वे वापस आए सभी लोगों की निगरानी, जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश और समय पर उपचार को प्राथमिकता दें।
वर्धन ने कहा कि बेहतर निगरानी के लिए, वापस आए सभी लोगों को आरोग्य सेतु एप का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में मंगलवार रात आठ बजे तक कोविड-19 से होने वाली मौत के मामलों की संख्या बढ़कर 2,293 हो गई और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 70,756 हो गई।
इस दौरान मृतकों की संख्या में 87 की वृद्धि हुई और संक्रमण के 3,604 मामले बढ़े। वर्धन ने एक वक्तव्य में कहा कि पिछले 14 दिन में संक्रमण के मामले दोगुने होने का समय 10.9 दिन था जो पिछले तीन दिन में बढ़कर 12.2 दिन हो गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोमवार तक कोविड-19 के 2.37 प्रतिशत मरीज आईसीयू में थे, 0.41 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर थे और 1.82 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन पर थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जांच करने की क्षमता बढ़कर प्रतिदिन एक लाख हो गई है और इसमें 347 सरकारी और 137 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक कोविड-19 की कुल 17,62,840 जांच की जा चुकी है। सोमवार को 86,191 नमूनों की जांच की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र, राज्य और संघ शासित प्रदेशों की सरकारें एक साथ मिलकर कोरोना वायरस का मुकाबला कर रही हैं और इससे हम आश्वस्त हैं कि देश कोविड-19 के कारण उपजी किसी भी परिस्थिति से मुकाबला करने में सक्षम है।
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्ष वर्धन ने मंगलवार को कहा कि कोविड-19 मामलों के दोगुने होने का समय 10.9 दिन से बढ़कर 12.2 दिन हो गया है। उन्होंने प्रवासियों और विदेश से लोगों की वापसी को देखते हुए निगरानी बढ़ाने और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश करने की आवश्यकता पर बल दिया।
हर्ष वर्धन ने कहा कि संक्रमण के कारण होने वाली मौत की दर 3.2 प्रतिशत है और उपचार के बाद स्वस्थ होने वाले लोगों की संख्या की दर वर्तमान में 31.74 प्रतिशत है और इसमें निरंतर वृद्धि हो रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय में राज्यमंत्री अश्विनी चौबे के साथ जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में कोविड-19 के मामलों के प्रबंधन की समीक्षा करते हुए हर्ष वर्धन ने राज्यों और संघ शासित प्रदेशों से कहा कि वे वापस आए सभी लोगों की निगरानी, जांच, संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तलाश और समय पर उपचार को प्राथमिकता दें।
वर्धन ने कहा कि बेहतर निगरानी के लिए, वापस आए सभी लोगों को आरोग्य सेतु एप का अनिवार्य रूप से इस्तेमाल करना चाहिए। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले चौबीस घंटे में मंगलवार रात आठ बजे तक कोविड-19 से होने वाली मौत के मामलों की संख्या बढ़कर 2,293 हो गई और संक्रमितों की संख्या बढ़कर 70,756 हो गई।
इस दौरान मृतकों की संख्या में 87 की वृद्धि हुई और संक्रमण के 3,604 मामले बढ़े। वर्धन ने एक वक्तव्य में कहा कि पिछले 14 दिन में संक्रमण के मामले दोगुने होने का समय 10.9 दिन था जो पिछले तीन दिन में बढ़कर 12.2 दिन हो गया।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में सोमवार तक कोविड-19 के 2.37 प्रतिशत मरीज आईसीयू में थे, 0.41 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर थे और 1.82 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन पर थे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि जांच करने की क्षमता बढ़कर प्रतिदिन एक लाख हो गई है और इसमें 347 सरकारी और 137 निजी प्रयोगशालाएं शामिल हैं।
उन्होंने कहा कि अभी तक कोविड-19 की कुल 17,62,840 जांच की जा चुकी है। सोमवार को 86,191 नमूनों की जांच की गई। उन्होंने कहा कि केंद्र, राज्य और संघ शासित प्रदेशों की सरकारें एक साथ मिलकर कोरोना वायरस का मुकाबला कर रही हैं और इससे हम आश्वस्त हैं कि देश कोविड-19 के कारण उपजी किसी भी परिस्थिति से मुकाबला करने में सक्षम है।