लॉकडाउन में बिजली, पानी, क्रेडिट कार्ड व फोन जैसी सुविधाओं के बिलों का ऑनलाइन भुगतान 73 फीसदी तक बढ़ा है। फाइनेंशियल कंपनी, रेजर पे की रिपोर्ट में लॉकडाउन से पहले और बाद के नतीजों का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी-सॉफ्टवेयर और मीडिया-एंटरटेनमेंट में ऑनलाइन पेमेंट में 32 और 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ट्रैवल में 87 फीसदी, रियल एस्टेट में 83 फीसदी, भोजन एवं पेय पदार्थ में 68 फीसदी और किराने की खरीदारी में 54 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।
एनजीओ को ऑनलाइन दान में 180 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इन 30 दिनों में अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में डिजिटल ट्रांजेक्शन में क्रमश: 43 फीसदी, 32 फीसदी और 25 फीसदी की गिरावट आई। डिजिटल लेन-देन कर्नाटक में सबसे ज्यादा 21 फीसदी वृद्धि हुई। डिजिटल ट्रांजेक्शन को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने वाले महाराष्ट्र (16 फीसदी) और तेलंगाना (11 फीसदी) रहे। गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में डिजिटल पेमेंट के सिस्टम का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में क्रमश: 41 फीसदी, 39 फीसदी और 26 फीसदी की गिरावट आई।
सबसे ज्यादा यूपीआई
डिजिटल पेमेंट में 43 फीसदी के साथ यूपीआई सबसे आगे रहा। डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 39 फीसदी ने पेमेंट किया। 10 फीसदी लोगों ने नेटबैंकिंग का सहारा लिया। हालांकि लॉकडाउन से 30 दिन पहले के डिजिटल ट्रांजेक्शन का ट्रेंड देखा जाए तो यूपीआई, कार्ड्स और नेटबैंकिंग से लेन-देन में क्रमशः 37 फीसदी, 30 फीसदी और 28 फीसदी की गिरावट आई थी।
पेटीएम पिछड़ा
यूपीआई एप्स में गूगलपे 46 फीसदी शेयर के साथ सबसे आगे है। फोनपे का 29 और पेटीएम का 10% हिस्सा है। पेटीएम में 47%, गूगलपे 43 और फोन-पे से 32% डिजिटल ट्रांजेक्शन में गिरावट आई।
लॉकडाउन में बिजली, पानी, क्रेडिट कार्ड व फोन जैसी सुविधाओं के बिलों का ऑनलाइन भुगतान 73 फीसदी तक बढ़ा है। फाइनेंशियल कंपनी, रेजर पे की रिपोर्ट में लॉकडाउन से पहले और बाद के नतीजों का विश्लेषण किया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आईटी-सॉफ्टवेयर और मीडिया-एंटरटेनमेंट में ऑनलाइन पेमेंट में 32 और 25 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। ट्रैवल में 87 फीसदी, रियल एस्टेट में 83 फीसदी, भोजन एवं पेय पदार्थ में 68 फीसदी और किराने की खरीदारी में 54 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।
एनजीओ को ऑनलाइन दान में 180 फीसदी की बढ़ोतरी हुई। इन 30 दिनों में अहमदाबाद, मुंबई और चेन्नई जैसे बड़े शहरों में डिजिटल ट्रांजेक्शन में क्रमश: 43 फीसदी, 32 फीसदी और 25 फीसदी की गिरावट आई। डिजिटल लेन-देन कर्नाटक में सबसे ज्यादा 21 फीसदी वृद्धि हुई। डिजिटल ट्रांजेक्शन को सबसे ज्यादा बढ़ावा देने वाले महाराष्ट्र (16 फीसदी) और तेलंगाना (11 फीसदी) रहे। गुजरात, मध्य प्रदेश और तमिलनाडु में डिजिटल पेमेंट के सिस्टम का इस्तेमाल करने वालों की संख्या में क्रमश: 41 फीसदी, 39 फीसदी और 26 फीसदी की गिरावट आई।
सबसे ज्यादा यूपीआई
डिजिटल पेमेंट में 43 फीसदी के साथ यूपीआई सबसे आगे रहा। डेबिट और क्रेडिट कार्ड से 39 फीसदी ने पेमेंट किया। 10 फीसदी लोगों ने नेटबैंकिंग का सहारा लिया। हालांकि लॉकडाउन से 30 दिन पहले के डिजिटल ट्रांजेक्शन का ट्रेंड देखा जाए तो यूपीआई, कार्ड्स और नेटबैंकिंग से लेन-देन में क्रमशः 37 फीसदी, 30 फीसदी और 28 फीसदी की गिरावट आई थी।
पेटीएम पिछड़ा
यूपीआई एप्स में गूगलपे 46 फीसदी शेयर के साथ सबसे आगे है। फोनपे का 29 और पेटीएम का 10% हिस्सा है। पेटीएम में 47%, गूगलपे 43 और फोन-पे से 32% डिजिटल ट्रांजेक्शन में गिरावट आई।
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