न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जम्मू
Updated Mon, 27 Apr 2020 11:20 AM IST
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ी पहल करते हुए लॉकडाउन की वजह से कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को वहां से निकाल कर उनके घरों तक पहुंचाने का बंदोबस्त किया है। इसी क्रम में आज यानी कि सोमवार को छात्रों का पहला जत्था पहुंचा गया है।
इस संबंध में जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा कि कोटा से लौटने वाले सभी छात्रों को उनके संबंधित जिलों तक पहुंचने की सुविधा दी जा रही है। वे प्रोटोकॉल के अनुसार अपने स्वयं के जिलों में क्वारंटीन अवधि पूरी करेंगे।
इससे पहले रविवार को प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि कोटा में 376 जम्मू-कश्मीर के छात्रों को लाने की तैयार कर ली है। इनकी वापसी की सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा चुका है। यह सभी छात्र राजस्थान के जैसलमेर और अन्य स्थानों पर से लाए जा रहे हैं।
बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के कारण कोटा में फंसे छात्रों को जम्मू और कश्मीर राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों से लाया गया है। कंसल ने बताया कि घाटी के कई राजनीतिक दलों ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे केंद्र शासित प्रदेश के छात्रों को लेकर चिंता व्यक्त की थी और प्रशासन से उन्हें वापसी लाने की अपील की थी। जिसके बाद यह उन्हें लाने की व्यवस्था की गई है।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने बड़ी पहल करते हुए लॉकडाउन की वजह से कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को वहां से निकाल कर उनके घरों तक पहुंचाने का बंदोबस्त किया है। इसी क्रम में आज यानी कि सोमवार को छात्रों का पहला जत्था पहुंचा गया है।
इस संबंध में जम्मू-कश्मीर सरकार के सूचना और जनसंपर्क विभाग ने कहा कि कोटा से लौटने वाले सभी छात्रों को उनके संबंधित जिलों तक पहुंचने की सुविधा दी जा रही है। वे प्रोटोकॉल के अनुसार अपने स्वयं के जिलों में क्वारंटीन अवधि पूरी करेंगे।
इससे पहले रविवार को प्रशासन के प्रवक्ता रोहित कंसल ने बताया कि कोटा में 376 जम्मू-कश्मीर के छात्रों को लाने की तैयार कर ली है। इनकी वापसी की सभी व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जा चुका है। यह सभी छात्र राजस्थान के जैसलमेर और अन्य स्थानों पर से लाए जा रहे हैं।
बता दें कि कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए लगाए गए राष्ट्रव्यापी बंद के कारण कोटा में फंसे छात्रों को जम्मू और कश्मीर राज्य सड़क परिवहन निगम की बसों से लाया गया है। कंसल ने बताया कि घाटी के कई राजनीतिक दलों ने देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे केंद्र शासित प्रदेश के छात्रों को लेकर चिंता व्यक्त की थी और प्रशासन से उन्हें वापसी लाने की अपील की थी। जिसके बाद यह उन्हें लाने की व्यवस्था की गई है।
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