अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई, Updated Wed, 13 May 2020 12:49 PM IST
दारु देसी, बदतमीज दिल, उड़े दिल बेफिकरे जैसे गीतों को गाने वाले गायक बेनी दयाल आज की पीढ़ी के लिए संगीत का एक तड़कता भड़कता चेहरा हैं। अपने सुरों से वह न सिर्फ हिंदी भाषा के लोगों को अपनी ओर खींचते हैं, बल्कि उन्होंने तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, बंगाली, गुजराती और मराठी भाषाओं में भी गाने गाए हैं। असल बात तो यह है कि बेनी दयाल ने अपने करियर की शुरुआत ही तमिल गीतों से की। संगीत की दुनिया के राजा यानी ए आर रहमान के पसंदीदा गायकों में से एक हैं बेनी दयाल। आइए नजर डालते हैं इनकी अब तक की संगीतमय यात्रा पर।
बेनी दयाल ने हिंदी गीतों में अपने करियर की शुरुआत 2008 में आई फिल्म ‘जाने तू या जाने ना’ से की है। उनका इस फिल्म में गाया गीत ‘पप्पू कांट डांस साला’ बहुत हिट हुआ। ए आर रहमान के संगीत में उन्होंने इस फिल्म में ‘नजरें मिलाना नजरें चुराना’ भी गाया। इन दोनों ही गीतों ने बेनी दयाल को हिंदी संगीत की दुनिया में आते ही पहचान दिला दी। इसके लिए बेनी को न्यू म्यूजिकल सेंसेशन के स्टारडस्ट अवॉर्ड से नवाजा गया।