न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Thu, 04 Jun 2020 11:16 AM IST
पीएम के बेडे़ में शामिल होगा मिसाइल रक्षा कवच से लैस विमान
– फोटो : Special Arrangement
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इन विमानों की खासियत यह है कि ये किसी भी मिसाइल हमले के खतरे का मुकाबला करने में सक्षम होंगे। बताया जा रहा है कि बोइंग-777 विमानों के जोड़े का पहला विमान अगस्त के आखिर तक अमेरिका से भारत पहुंचेगा, इसके एक महीने बाद दूसरा विमान यहां पहुंचेगा।
ये विमान ‘सेल्फ प्रोटेक्शन सूट्स’ (एसपीएस) से लैस होंगे, जिसमें इंफ्रारेड और इलेक्ट्रॉनिक जंगी तकनीक शामिल है। इसके अलावा विमानों में मिसाइल चेतावनी प्रणाली होगी, जो मिसाइलों को दूर करने में सक्षम होगी। वहीं, विमान दुश्मन की रडार प्रणाली को नाकाम करने में सक्षम तकनीक से भी लैस होंगे। अधिकारियों ने बताया कि इन विमानों में अमेरिका के राष्ट्रपति के ‘एयरफोर्स वन’ वाले सुरक्षा उपाय होंगे।
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एयर इंडिया ने वीवीआईपी यात्रा के लिए नए बोइंग 777-300 ईआर विमान की एक जोड़ी को नवीनीकृत करने के लिए अमेरिका के डलास स्थित बोइंग सुविधा केंद्र में भेजा था, जहां इनमें मिसाइल रक्षा प्रणाली को लगाया जाएगा। इसे लगाने का खर्च लगभग 1400 करोड़ रुपये (190 मिलियन डॉलर) है। ओपन सोर्स वेबसाइट्स के एयरक्राफ्ट रिकॉर्ड से पता चलता है कि दोनों विमान तीन साल से कम पुराने थे और इनका इस्तेमाल कम ही किया जाता था।
इन विमानों को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, उप-राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्राओं के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।
‘सेंटर फॉर एयर पॉवर स्टडीज’ (सीएपीएस) के प्रबंध निदेशक एयर मार्शल केके नौहवार (सेवानिवृत्त) ने बताया कि वीवीआईपी लोगों पर खतरे की आशंका हमेशा बनी रहती है। अपने शीर्ष नेतृत्व की रक्षा के लिए एक राष्ट्र को जो भी उपाय करने की आवश्यकता है, वह किया जाना चाहिए।
फिलहाल प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति एयर इंडिया के बोइंग बी 747 विमानों का प्रयोग करते हैं। ये करीब दो दशक से अधिक पुराने हैं। राष्ट्रपति को ले जाने वाला विमान तो करीब 26 साल से सेवा में है। बताया जा रहा है कि नए एयरफोर्स वन विमानों में ऑफिस की जगह, बैठक कक्ष और संचार प्रणालियां होंगी।
बताया गया है कि इन विमानों में ईंधन भरने के बाद भारत और अमेरिका के बीच बिना रुके उड़ान भरने की सुविधा होगी।