खाड़ी देशों समेत पाकिस्तान में ईद का त्योहार रविवार यानि कि 24 मई को मनाया जा रहा है। सऊदी अरब, यूएई, कतर, तुर्की, कुवैत और अन्य खाड़ी देशों में आज ईद मनाई जा रही है। दरअसल, इन देशों में रमजान का पवित्र महीना भारत और बांग्लादेश से एक दिन पहले शुरू हुआ था।
इस्लामिक कैलेंडर में 29 या 30 दिन होते हैं। खाड़ी देशों में 23 अप्रैल को रमजान का चांद दिखा था और 24 अप्रैल से रमजान शुरू हो गए थे। खाड़ी देशों में एक दिन पहले जुमा (शुक्रवार) को रमजान के 29 दिन पूरे हो गए थे। शनिवार को वहां 30 रोजे पूरे होने के साथ रमजान के 30 दिन भी पूरे हो गए। इसलिए इन देशों में ईद रविवार को मनाई जा रही है।
इसके अलावा मलयेशिया, इंडोनेशिया, सिंगापुर और ऑस्ट्रेलिया में भी रविवार को ईद मनाई जा रही है। दूसरी तरफ, भारत में भी जम्मू-कश्मीर और केरल में ईद रविवार को मनाई जा रही है।
कोरोना वायरस के कारण लागू लॉकडाउन के बीच इन देशों के नेताओं ने सभी को ईद की बधाई दी। साथ ही लॉकडाउन के चलते लोगों के इकट्ठा होने, धार्मिक जुलूस और सामाजिक मेल-मिलाप पर रोक लगाई है।
सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुल अजीज ने अपने देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि वह ईद की बधाई देने के साथ लोगों से घर पर ही रहने और सामाजिक दूरी का पालन करने की अपील करते हैं।
बता दें कि ईद-उल-फित्र के साथ इस्लामिक कैलेंडर शव्वाल के महीने की शुरुआत होती है। ईद का दिन एकमात्र ऐसा दिन होता है जिस दिन रोजा यानी उपवास नहीं रखा जाता। ईद के चांद का दीदार होने के बाद यानी शव्वाल का महीना शुरू होने के साथ ईद मनाई जाती है, इसलिए दुनियाभर में इसकी तारीख अलग-अलग होती है।
भारत में सोमवार को मनाई जाएगी ईद
वहीं, भारत में सोमवार को ईद मनाई जाएगी। दिल्ली की जामा मस्जिद के शाही इमाम अहमद बुखारी ने एलान किया कि देशभर में कहीं से चांद दिखने की जानकारी नहीं मिली है। लिहाजा ईद-उल-फित्र सोमवार को होगी।
शाही इमाम ने लोगों से अपील की है कि कोरोना वायरस और लॉकडाउन लागू होने की वजह से ईद की नमाज घर में अदा करें और सुरक्षित रहें। सभी अपने अपने घर में ही रहकर ईद की खुशियां मनाएं।
बता दें कि आमतौर ईद की नमाज जमात के साथ पढ़ी जाती है लेकिन इस बार पूरी दुनिया में कोरोना महामारी के चलते सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील की गई है। इसको देखते हुए मस्जिदों में भी पांच से अधिक लोगों के नमाज अदा करने पर रोक है।