डिजिटल ब्यूरो, अमर उजाला, नई दिल्ली
Updated Wed, 20 May 2020 10:21 PM IST
दिल्ली-मुंबई से अपने घर यूपी-बिहार जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार तक चार लाख लोग दिल्ली से यूपी और बिहार जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। दिल्ली से अपने घर जाने वालों में सबसे ज्यादा संख्या बिहार के लोगों की है जहां के 1,95,746 श्रमिकों ने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है जहां के 1,84,997 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आज बुधवार को भी 25 ट्रेनों से 37,500 लोगों को यूपी और बिहार भेजा गया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे कई अन्य राज्यों को जाने वाले लोग भी अपने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार श्रमिकों का पूरा खयाल रख रही है। उन्हें यहां रहने के दौरान भोजन सहित सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। औद्योगिक गतिविधियों को भी इजाजत दी जा चुकी है जिसमें वे दोबारा अपने काम पर लौट सकते हैं। लेकिन अगर वे अपने घर वापस जाना चाहते हैं तो दिल्ली सरकार उनके घर पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश करेगी।
सरकार ने अगले चार दिनों में केंद्र से 262 विशेष ट्रेनों की मांग की है जिससे सभी श्रमिकों को सम्मानपूर्वक उनके घर भेजा जा सके।
सार
- बिहार जाने वाले श्रमिकों ने सबसे ज्यादा कराया रजिस्ट्रेशन, उत्तर प्रदेश दूसरे नंबर पर
विस्तार
दिल्ली-मुंबई से अपने घर यूपी-बिहार जाने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। मंगलवार तक चार लाख लोग दिल्ली से यूपी और बिहार जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। दिल्ली से अपने घर जाने वालों में सबसे ज्यादा संख्या बिहार के लोगों की है जहां के 1,95,746 श्रमिकों ने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है।
दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश है जहां के 1,84,997 लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आज बुधवार को भी 25 ट्रेनों से 37,500 लोगों को यूपी और बिहार भेजा गया है। इसके अलावा छत्तीसगढ़, मध्यप्रदेश और झारखंड जैसे कई अन्य राज्यों को जाने वाले लोग भी अपने घर जाने के लिए रजिस्ट्रेशन करा रहे हैं।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार श्रमिकों का पूरा खयाल रख रही है। उन्हें यहां रहने के दौरान भोजन सहित सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। औद्योगिक गतिविधियों को भी इजाजत दी जा चुकी है जिसमें वे दोबारा अपने काम पर लौट सकते हैं। लेकिन अगर वे अपने घर वापस जाना चाहते हैं तो दिल्ली सरकार उनके घर पहुंचाने के लिए पूरी कोशिश करेगी।
सरकार ने अगले चार दिनों में केंद्र से 262 विशेष ट्रेनों की मांग की है जिससे सभी श्रमिकों को सम्मानपूर्वक उनके घर भेजा जा सके।
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