This Day That Year Series By Pankaj Shukla 01 May 1971 Bioscope Haathi Mere Saathi Rajesh Khanna – बाइस्कोप: राजेश खन्ना ने मस्ती में मांगी लाखों की रकम, निर्माता ने उनके सामने लगा दिया नोटों का ढेर




पंकज शुक्ल, मुंबई, Updated Fri, 01 May 2020 09:34 PM IST

मई दिवस के दिन मजदूरों की कहानी ही बाइस्कोप में भी। लेकिन, इन मजदूरों की जमात है चौपायों की और फिल्म का नाम है, हाथी मेरे साथी। बेजुबान जानवरों को रुपहले परदे पर इतने शानदार तरीके से दिखाने का प्रयोग हिंदी सिनेमा में इससे पहले नहीं हुआ। हाथी मेरे साथी जिस दिन बंबई में रिलीज हुई, सिप्पी फिल्म्स ने शम्मी कपूर, हेमा मालिनी और राजेश खन्ना स्टारर अपनी फिल्म अंदाज का दो पेज का विज्ञापन साप्ताहिक फिल्म समाचार पत्र स्क्रीन में रिलीज किया, जिसमें अंदाज को एक ऐसी कामयाब फिल्म बताया गया था, जिसने रिलीज के पहले हफ्ते में ही दस लाख रुपये का कारोबार करने का रिकॉर्ड बनाया। अंदाज ने आगे चलकर ऐसी फिल्म का रिकॉर्ड भी बनाया जिसने देश के हर फिल्म वितरण क्षेत्र में 50 लाख रुपये कमाए। फिल्म अंदाज का ये रिकॉर्ड तोड़ा राजेश खन्ना की ही फिल्म हाथी मेरे साथी ने जिसने देश के हर वितरण क्षेत्र में एक करोड़ रुपये की कमाई करने वाली पहली फिल्म का रिकॉर्ड कायम किया।

अंदाज और हाथी मेरे साथी, दोनों फिल्मों को लिखने का काम किया सलीम-जावेद ने। सलीम जावेद की लिखी पहली फिल्म अधिकार के बारे में आप बाइस्कोप में पढ़ ही चुके हैं। अंदाज लिखी तो पूरी की पूरी सलीम जावेद ने ही थी लेकिन इस फिल्म से अलग अलग समयों पर जुड़े रहे तकरीबन सभी लेखकों को इसका क्रेडिट दिया गया, यहां तक कि इसकी कहानी को मूल रूप से एक फ्रेंच फिल्म से उठाकर जी पी सिप्पी को सुनाने वाले मशहूर लेखक सचिन भौमिक को भी अंदाज की लिखाई का क्रेडिट मिला। हाथी मेरे साथी में सलीम जावेद का नाम ओपनिंग क्रेडिट्स में स्क्रीनप्ले लिखने वालों के तौर पर आता है, हालांकि दोनों की चाहत थी कि फिल्म की क्रेडिट्स में उनका नाम ‘रिटेन बाई सलीम जावेद’ के तौर पर जाए।




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