न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरु
Updated Mon, 20 Apr 2020 09:00 PM IST
कोरोना योद्धाओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए प्रशासन और सरकारें लगातार सख्त फैसले ले रही हैं, लेकिन अभी भी कई जगहों पर हमले हो रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार की रात को बंगलूरू के पदरायणपुरा इलाके में पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस की हत्या करो के नारे भी लगाए।
पुलिस ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि टीम वहां कुछ लोगों को क्वारंटीन में रखने के लिए गई थी। इस बीच करीब 100 से 120 लोग सड़कों पर आ गए और वहां मौजूद पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों को निशाना बनाने लगे। पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम वहां संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस अधिकारियों की शिकायत पर असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक प्राथमिकी में पुलिस के उपनिरीक्षक रमण गौड़ा ने शिकायत की है कि वह स्वास्थ्यकर्मियों के साथ 43 लोगों को कोरनटाइन में रखने गए थे। इस बीच वहां करीब 120 लोग आ गए और उनपर हमला कर दिया।
गौड़ा ने कहा कि अराफात नगर से लोग लाठियां और पत्थर लेकर सड़कों पर निकल आए। पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि जब वह भीड़ को सीसीटीवी कैमरा तोड़ने से रोक रहे थे, तभी भीड़ ने ‘‘पुलिस की हत्या करो, उन्हें मत बख्शों’’ के नारे लगाते हुए उनपर हमला कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि वे लाठियों और पत्थरों से मारकर हमारी हत्या करना चाहते थे। इस दौरान हमारे कुछ कर्मियों को चोटें भी आई हैं। पुलिस के मुताबिक, कथित रूप से हमले की योजना बनाने वाली एक महिला सहित 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
कोरोना योद्धाओं पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए प्रशासन और सरकारें लगातार सख्त फैसले ले रही हैं, लेकिन अभी भी कई जगहों पर हमले हो रहे हैं। इसी कड़ी में रविवार की रात को बंगलूरू के पदरायणपुरा इलाके में पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों पर लोगों ने हमला कर दिया। इस दौरान असामाजिक तत्वों ने पुलिस की हत्या करो के नारे भी लगाए।
पुलिस ने अपनी प्राथमिकी में कहा है कि टीम वहां कुछ लोगों को क्वारंटीन में रखने के लिए गई थी। इस बीच करीब 100 से 120 लोग सड़कों पर आ गए और वहां मौजूद पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों को निशाना बनाने लगे। पुलिस और स्वास्थ्यकर्मियों की टीम वहां संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने की कोशिश कर रही थी।
पुलिस अधिकारियों की शिकायत पर असामाजिक तत्वों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। एक प्राथमिकी में पुलिस के उपनिरीक्षक रमण गौड़ा ने शिकायत की है कि वह स्वास्थ्यकर्मियों के साथ 43 लोगों को कोरनटाइन में रखने गए थे। इस बीच वहां करीब 120 लोग आ गए और उनपर हमला कर दिया।
गौड़ा ने कहा कि अराफात नगर से लोग लाठियां और पत्थर लेकर सड़कों पर निकल आए। पुलिस अधिकारी ने प्राथमिकी में आरोप लगाया है कि जब वह भीड़ को सीसीटीवी कैमरा तोड़ने से रोक रहे थे, तभी भीड़ ने ‘‘पुलिस की हत्या करो, उन्हें मत बख्शों’’ के नारे लगाते हुए उनपर हमला कर दिया।
अधिकारी ने कहा कि वे लाठियों और पत्थरों से मारकर हमारी हत्या करना चाहते थे। इस दौरान हमारे कुछ कर्मियों को चोटें भी आई हैं। पुलिस के मुताबिक, कथित रूप से हमले की योजना बनाने वाली एक महिला सहित 59 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
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